आज हम जो स्माइली फेस (Smile face) वाट्सएप, फेसबुक या अन्य किसी माध्यम से अपनों को खुश करने के लिए मैसेज में भेजते हैं उसकी शुरुआत कैसे हुई। क्या आप जानते हैं। अगर नहीं तो जानिए ‘World Smile Day’ पर Smile face की कहानी।
Sachpost News Desk : World Smile Day यानी कि ‘विश्व मुस्कान दिवस’, जिसे हर साल अक्टूबर माह के पहले शुक्रवार को मनाया जाता है। इसे मनाने का ख्याल सबसे पहले अमेरिका के एक Artist Harvey Ball के मन में आया। उन्होंने ही पहला स्माइली फेस आइकॉन बनाए था जिन्हें आज हम वाट्सएप, फेसबुक या अन्य किसी माध्यम से अपनों को खुश करने के लिए संदेश भेजते हैं। स्माइली फेस लोगों के चेहरे पर मुस्कुराहट लाना है लोग काम में इतना व्यस्त हो गए हैं कि वे मुस्कुराना ही भूल गए हैं। तो आए जानते हैं World Smile Day पर स्माइली फेस की कहानी।
कैसे हुई World Smile Day की शुरुआत
World Smile Day का विचार मैसाचुसेट के कमर्शियल Artist Harvey Ball ने दिया था। 1963 में हार्वे बाल Smiling Face बनाकर लोगों के चेहरे पर मुस्कान ला दी।
इसके बाद हार्वे ने घोषणा की कि हर वर्ष अक्टूबर के पहले शुक्रवार को विश्व मुस्कान दिवस के रूप में सेलिब्रेट किया जाएगा। इसके बाद 1999 में पहली बार World Smile Day मनाया गया।
2001 में हार्वे की मौत के बाद हार्वे बॉल वर्ल्ड स्माइल फाउंडेशन की ओर से उनकी याद में विश्व मुस्कान दिवस बड़े स्तर पर मनाया जाने लगा।
दुनिया का पहला इमोजी था स्माइली
आज जब लोग सोशल मीडिया पर अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हैं, तो उसमें सबसे अधिक भूमिका स्माइली ही निभाता है। लेकिन इसके बनने की कहानी भी इसी की तरह दिलचस्प है।
1963 में अमेरिकी की एक इंश्योरेंस कंपनी ने अपने नाराज कर्मचारियों को मनाने और उनमें जोश भरने के लिए एक विज्ञापन और पब्लिक रिलेशन एजेंसी चलाने वाले हार्वी रास बॉल से संपर्क किया।
कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने दूसरी कंपनी के साथ विलय किया है, इससे उनके कर्मचारी नाराज हैं। वह चाहते हैं कि उनके कर्मचारियों की नाराजगी दूर हो। इसके लिए हार्वी ने एक अनोखा तरीका निकाला।
हार्वी ने कर्मचारियों को खुश करने और मनाने के लिए पीले रंग का एक हंसता हुआ चेहरा बनाया, जिसे आज स्माइली फेस के नाम से जाना जाता है। ये स्माइली फेस कर्मचारियों को खूभ पसंद आया। स्माइली फेस धीरे-धीरे पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो गया।
घरों और यहां तक की गाड़ियों में भी सजाने लगे Smiley face
Smily face की लोक प्रियता इतनी बढ़ गई की है कि लोग आज इन Smily face को घरों और गाड़ियों में भी सजाने लगे। जिससे देखकर लोगों के चेहरे पर मुस्कान भर आती है। यहां तक कि इसको मशहूर होते देख 1999 में यूएस पोस्टल सर्विस डिपार्टमेंट ने Smily face स्टांप भी जारी किया था। आज तरह-तरह की Smily face के डिजाईन बाजार में मिल जाते हैं जो लोगों को गुदगुदाते हैं।
Smile face कंप्यूटर में वर्ष 1982 में सामने आया
कानर्गी मिलॉन यूनिवर्सिटी (अमेरिका के पिट्सबर्ग) में प्रो. स्कॉट ई फालमैन ने 19 सितंबर 1982 में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक संदेश में कुछ चिह्नों का use किया था। फालमैन के सुझाए रास्ते पर बाद में कंप्यूटर की दुनिया चल पड़ी और एक के बाद एक सैकड़ों Smile face आ गए। आज के दौर में देखा जाए तो सोशल मीडिया पर Smile face के अनेक तरह के डिजाईन हमारे सामने मौजूद हैं।