Save Environment Campaign : पर्यावरण बचाना हम सभी की जिम्मेदारी है इसको लेकर सरकार भी समय-समय पर कई कदम उठा रही है और लोगों को पर्यावरण बचाने के लिए प्रेरित भी कर रही है। इसी कड़ी में जिला हिसार के गांव दुर्जनपुर के सरपंच ने एक अनोखी पहल शुरू की है।
पुरानी परंपरा के अनुसार किसी बात की लाज रखने, काम को पूरा करवाने और सभी को एकजुटता के लिए लोगों से ‘लोटा में नमक’ डलवाते थे जिसके बाद मुकरना बड़ा कठिन होता था। ऐसा ही काम दुर्जनपुर के सरपंच ने पर्यावरण बचाने के लिए लोगों से ‘लोटे में नमक’ डलवाकर पौधे वितरित किए और उनकी पेड़ बनने तक देखभाल करनी की शपथ दिलवाई।
ग्रामीणों को वितरित किए 3000 पौधे
सरपंच प्रतिनिधि जयप्रकाश बारूपाल ने बताया कि गांव में तीन हजार पौधे वितरित किए गए हैं और सभी से संकल्प करवाया गया कि जब तक ये पौधे पेड़ का रूप नहीं ले लेते तब तक इनकी देखभाल का जिम्मा उठाना होगा। उन्होंने कहा कि ऐसा करने वाले व्यक्तियों को पंचायत स्तर पर सम्मानित किया जाएगा और गांव के सूचना पट्टा पर उनका नाम पर्यावरण पहरी के रूप में अंकित किया जाएगा।
सरपंच ने खुद भी पौधे लगाए और दूसरों को भी किया प्रेरित
सरपंच प्रतिनिधि जयप्रकाश ने बताया कि सबसे पहले हमने अपने घर में एक पौधा लगाकर अभियान की शुरुआत की। इसके बाद गांव में सभी सार्वजनिक स्थानों पर पौधे रोपोपित किेए। गांव के सरकारी स्कूल, कस्तूरबा गांधी बालिका स्कूल, रामबाग, गांव की फिरनी और खेतों में भी पौधे लगाए गए और उनकी देखभाल का जिम्मा भी पौधे लगाने वाले को सौंपा गया। जयप्रकाश ने कहा कि सबसे पहले अपने घर से पौधा लगाने से शुरुआत करें और सभी को अपने जीवन में कम से कम दो पौधे जरूर लगाने चाहिए। तभी पर्यावरण बच सकेगा और हमारी आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ हवा और पानी मिल पाएगा।
गांव के युवा सुनील रनवा उर्फ काली ने लिया 200 पौधे लगाने का संकल्प
गांव के एक युवा पर्यावरण पहरी काली रनवा ने अलग-अलग स्थानों पर 200 पौधे लगाने का बीड़ा उठाया। काली ने कहा कि जहां-जहां भी ये 200 पौधे लगाए जाएंगे मैं सभी पौधों की देखभाल करुंगा और सभी पौधों को पेड़ बनने तक इनकी सेवा एक बच्चे की तरह करूंगा। उन्होंने कहा कि सभी को पर्यावरण के इस महाअभियान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए।