Jind News : शहीद प्रदीप अमर रहे के नारों के साथ गांव की मुख्य सडक़ से सेना के विशेष वाहन में पार्थिव शरीर उनके घर तक लाया गया। घर पहुंचने के साथ ही पूरा माहौल गमगीन बन गया गया और हर किसी की आंखे नम हो गई।
अपने बेटे शहीद प्रदीप कुमार को तिरंगा में लिपटा देख मां राम स्नेही की आंखों से बरबस आंशू छलक पड़े, लेकिन वहां बेटे की शहादत का गर्व भी उनकी आंखों से साफ दिखाई दिया। वहीं दूसरी ओर प्रदीप कुमार की धर्मपत्नी मनीषा ने हाथ जोड़ते हुए अपने पति को अंतिम विदाई दी और शहादत को सलाम किया। महिलाओं ने शहीद की पत्नी मनीषा और मां रामस्नेही को ढांढस बंधाया। मनीषा ने कहा कि उनको पति की शहादत पर गर्व है।
मां ने कहा कि देश पर अपनी जान न्यौछावर कर उनका बेटा अमर हुआ है। बेटे के पार्थिव शरीर को देखते ही बलवान सिंह की आंखों से भी रह-रह कर आंसू निकले, लेकिन उनके चेहरे पर गर्व का भाव भी था। मां और पिता अपने बेटे के जाने के गम को चाहकर भी नहीं छुपा पाए। शहीद प्रदीप कुमार की बहन मंजू बाला ने कहा कि प्रदीप न केवल मेरे अकेली का बल्कि देश की सभी बहनों का भाई था, देश का भाई देश पर कुर्बान हुआ है। ऐसा भाई होना नसीब की बात है।
मातमी धुन और हवा में गोली दागकर दी शहीद को दी सलामी
शहीद प्रदीप कुमार की मां, पिता, बहन और पत्नी के साथ हजारों लोग पार्थिव शरीर के साथ शमसान घाट पहुंचे। प्रदेश के स्वास्थ्य और आयुष विभाग के मंत्री डॉ. कमल गुप्ता, राज्य सभा सांसद सुभाष बराला, नरवाना से विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा, डीसी मोहम्मद इमरान रजा, एसपी सुमित कुमार और नरवाना के एसडीएम अनिल दून ने शहीद प्रदीप नैन के पार्थिव शरीर पर अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। सेना के जवानों ने हवा में फायर कर प्रदीप कुमार को अंतिम विदाई दी। अंतिम विदाई पर मातमी धुन भी बजाई गई।
शहीद प्रदीप कुमार के पिता बलवान सिंह ने अपने बेटे की चिता को मुखाग्रि दी। हजारों लोगों ने शहीद प्रदीप कुमार अमर रहे और भारत माता की जय के नारे लगाए। इसके अलावा नैन खाप के प्रधान रघुबीर सिंह नैन, जिला सैनिक बोर्ड की सचिव विंग कमांडर गोरिका सुहाग, हिसार भाजपा जिला प्रधान सीमा खेदड़ के अलावा क्षेत्र से हजारों लोगों, प्रबुद्ध व गणमान्य नागरिकों ने प्रदीप कुमार के पार्थिव शरीर पर पुष्पाजंलि अर्पित की।
गांव के अन्य युवाओं को हमेशा प्रेरणा देती रहेगी प्रदीप कुमार की शहादत
ग्रामीणों ने बताया कि शहीद प्रदीप नैन में बचपन से ही भारतीय सेना में शामिल होने का जूनून था। सेना भर्ती होने के लिए उसने कड़ी मेहनत की। परिवार में इकलौता पुत्र प्रदीप नैन वर्ष 2015 में आर्मी में भर्ती हुआ था। उसने आर्मी में अपनी काबिलियत के दम पर पैरामिलिट्री कमांडो में चयन करवाया। प्रदीप की शादी वर्ष 2022 में हुई थी। ग्रामीणों के अनुसार प्रदीप कुमार की शदादत गांव के सभी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी है। प्रदीप कुमार की शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
वीर बहादुर को जन्म देने वाली मां को सलाम है= डॉ. कमल गुप्ता
प्रदेश के स्वास्थ्य एवं आयुष विभाग के मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि शहीद प्रदीप कुमार के साथ-साथ उनको जन्म देने वाली मां को सलाम है। वह औरत गौरवशाली होती है, जिनकी कोख से ऐसे वीर सपूत जन्म लेते हैं। यह गांव के साथ-साथ पूरे जिला व देश के लिए गर्व की बात है। इकलौते बेटे के इस दुनिया से चले जाने पर मां के लिए दुख होना स्वाभाविक है।
उन्होंने कहा कि प्रदीप ने छह आतंकियों को मारकर अपनी शहादत दी। इससे पहले भी प्रदीप कुमार द्वारा मुडभेड़ में कई आतंकवादियों को मौत के घाट उतार चुका है। उनकी शहादत पर हरियाणा सरकार को गर्व है। वे मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह का संदेश लेकर ही प्रदीप कुमार को नमन करने यहां पहुंचे हैं। शहीद परिवार को मिलने वाले सभी राजकीय लाभ प्रदीप कुमार के परिवार को मिलेंगे।
प्रदीप कुमार ने आंतकवादियों से लड़ते-लड़ते देश पर किए अपने प्राण न्यौछावर: सुभाष बराला
राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने कहा कि गर्व की बात है कि जाजनवाला गांव के बेटे अमर शहीद प्रदीप कुमार ने देश के लिए लड़ते-लड़ते अपने प्राण न्यौच्छावर किए हैं। इस पर पूरे देश-प्रदेश को गर्व है, जैसे हमने जानकारी हुई है, पहले भी जम्मू में होने वाले आंतकी हमलों को नाकाम करने में प्रदीप कुमार की अहम भूमिका होती रही है। वे अपने प्राणों की परवाह न करते हुए हर बार पूरे जज्बे के साथ डटे रहे है । प्रदीप कुमार द्वारा दी गई शहादत सदियों-सदियों तक याद रहेगी।
नरवाना के विधायक रामनिवास सुरजाखेडा ने कहा कि शहीद प्रदीप कुमार की सहादत को कभी भुलाया नही जा सके गा। शहीद प्रदीप कुमार की सहादत से जाजनवाला गांव का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। मैं व्यक्तिगत तौर पर भी इस परिवार के साथ हमेशा खड़ा मिलुंगा। शहीद प्रदीप कुमार मानसिक व शारीरिक तौर पर बहुत ही श्रैष्ठ थे,उनक ी बहादूरी की बातें काफी सुनने को मिली हैं। प्रदीप कुमार के देश के प्रति इस बलिदान को शत-शत नमन है।