Firing on Bhim Army Chief Chandrashekhar: उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के देवबंद इलाके में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद पर कार सवार कुछ लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया। Bhim Army Chief दिल्ली से अपने घर सहारनपुर के छुटमलपुर कस्बे जा रहे थे।
हरियाणा नंबर की कार से आए हमलावरों ने चंद्रशेखर पर 4 राउंड फायरिंग की। गोली उनके पेट को छूते हुए निकल गई। फायरिंग में आजाद की कार के शीशे भी टूट गए हैं। CCTV फुटेज में गाड़ी का नंबर HR-70D-0278 दिख रहा है।
हमलावर घटना से 7 किलोमीटर दूर मिलकपुर गांव के पास स्विफ्ट डिजायर कार छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने गाड़ी बरामद कर ली है। कार विकास कुमार के नाम पर बताई जा रही है।
वारदात के बाद चंद्रशेखर को देवबंद के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। यहां से शुरुआती इलाज के बाद सहारनपुर के जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। यहां उन्हें एक्स-रे कराने के बाद ICU में भर्ती कराया गया है। अस्पताल के बाहर समर्थकों की भीड़ लगी हुई है। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए दबिश देना शुरू कर दिया है।
मुझे अचानक हमले की उम्मीद नहीं थी-चंद्रशेखर
वहीं, देर शाम चंद्रशेखर ने कहा, ”मुझे इस तरह के अचानक हमले की उम्मीद नहीं थी। मैं देशभर में अपने दोस्तों, समर्थकों और कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। पुलिस जल्द ही हमलावरों को पकड़ लेगी। हम अपनी लड़ाई संवैधानिक रूप से जारी रखेंगे। करोड़ों लोगों के प्यार और आशीर्वाद से मैं ठीक महसूस कर रहा हूं।”
कार्यकर्ता के घर के बाहर हुआ हमला (Firing on Bhim Army Chief Chandrashekhar)
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद देवबंद में संगठन के एक साथी एडवोकेट अजय के घर गए थे। अजय की मां का 2 दिन पहले निधन हो गया था।
चंद्रशेखर जैसे ही अजय के घर से निकलकर अपनी कार तक पहुंचे, तभी दूसरी कार से आए हमलावरों ने उन पर फायरिंग कर दी।
पार्टी बोली- ये बहुजन मिशन मूवमेंट को रोकने का कायराना कृत्य
हमले की सूचना चंद्रशेखर के राजनीतिक दल आजाद समाज पार्टी ने ट्वीट कर दी। लिखा- देवबंद में राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद पर जानलेवा हमला हुआ है।
ये बहुजन मिशन मूवमेंट को रोकने का कायराना कृत्य है। आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी, सख्त कार्रवाई और चंद्रशेखर आजाद की सुरक्षा की मांग करते हैं।
वहीं, भीम आर्मी के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवीण गौतम ने कहा, ”जिस प्रकार से प्रदेश के अंदर माहौल बना हुआ है, चाहे वो मुस्लिम नेता हो या दलित नेता हो। उन्हें टारगेट किया जा रहा है। उन पर गोलियां चलाई जा रही हैं। यह बहुत ही निंदनीय है।”
उन्होंने कहा, ”चंद्रशेखर यूथ आइकन हैं। ये गोली उन पर नहीं, यूथ पर चली है, जो बर्दाश्त नहीं होगा। प्रदेश सरकार से कहना चाहता हूं कि चंद्रशेखर को जेड प्लस सुरक्षा दी जाए। जिन्होंने गोली चलाई है, उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए। अगर गिरफ्तारी नहीं हुई तो देश और प्रदेश में माहौल संभालना मुश्किल हो जाएगा।”
भीम आर्मी के सहारनपुर के जिलाध्यक्ष और प्रत्यक्षदर्शी सोनी अंबेडकर ने कहा, ”कार्यक्रम से निकलते ही स्विफ्ट गाड़ी में आए लोगों ने उन पर हमला किया। जिससे उन्हें गोली भी लगी है। 3 से 4 राउंड फायरिंग हुई है। सफेद गाड़ी में 3 से 4 लोग सवार थे। गाड़ी की खिड़की खुली हुई थी। गाड़ी अनियंत्रित रूप से चल रही थी। चंद्रशेखर शायद हमलावरों को जानते हैं।”
SSP विपिन ताडा ने कहा, करीब 5:15 बजे देवबंद पुलिस को चंद्रशेखर पर फायरिंग की सूचना मिली। पुलिस के आला-अधिकारी मौके पर पहुंचे। चंद्रशेखर को अस्पताल ले गए। उनके पेट से गोली छूकर निकली है। उनकी हालत खतरे से बाहर है। चंद्रशेखर के बताए गए घटनाक्रम की जांच पुलिस कर रही है। जो घटनाक्रम बताया है और जो साक्ष्य मौके पर मिले हैं, जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सपा ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाया
इस घटना पर ट्वीट कर समाजवादी पार्टी ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाया है। पार्टी ने ट्वीट में लिखा है, देवबंद में आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद पर सत्ता संरक्षित अपराधियों के द्वारा जानलेवा हमला घोर निंदनीय एवं कायरतापूर्ण कृत्य है। बीजेपी राज में विपक्षी नेता ही सुरक्षित नहीं। यूपी में जंगलराज!
वहीं, शिवपाल यादव ने भी इस घटना पर ट्वीट किया है। इसमें लिखा- प्रदेश में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि अराजक तत्व अपने सभी हदों और सरहदों को तोड़ने लगे हैं। यूपी में विपक्ष अब सत्ता और अपराधियों दोनों के निशाने पर है। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर पर हुआ जानलेवा हमला प्रदेश के खोखले हो चुके कानून व्यवस्था के लिए एक अलार्म है। जाग जाओ सरकार!
Firing on Bhim Army Chief Chandrashekhar ट्वीट कर कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा शासित प्रदेशों में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। इस तरह की घटना अस्वीकार्य है।
चंद्रशेखर ने 2015 में की थी भीम आर्मी की स्थापना
चंद्रशेखर ने 2015 में जातिगत उत्पीड़न का विरोध करने के लिए भीम आर्मी की स्थापना की। यहीं से उनका राजनीतिक करियर शुरू हुआ। 15 मार्च 2020 को उन्होंने आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) दल की स्थापना की।
यह घोषणा बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम की 86वीं जयंती पर की गई थी। इस पार्टी में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और राष्ट्रीय लोक दल के 98 पूर्व नेता शामिल हुए।
भीम आर्मी का बेस मुख्य तौर पर यूपी में है। भीम आर्मी सहारनपुर दंगों के वक्त साल 2017 में चर्चा में आई। इसकी वजह जाति संघर्ष थी।
हिंसा के आरोपों के बाद चंद्रशेखर गिरफ्तार भी हुए थे। भीम आर्मी दलित शब्द के खिलाफ है और अंबेडकरवादी सोच वालों का स्वागत करती है।
यह संगठन भारत में शिक्षा के माध्यम से दलित की मुक्ति के लिए काम करता है। यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दलितों के लिए मुफ्त स्कूल चलाता है।