Sachpost News : ब्रिटेन ने दुनिया के सर्वोत्तम स्कूल पुरस्कार के लिए टॉप 10 सूची जारी की गई जिसमें पांच भारतीय स्कूलों का नाम शामिल है। समाज की प्रगति में भागीदारी निभाने वाले स्कूलों के लिए ब्रिटेन में ढाई लाख डॉलर के पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।
World’s Best School पुरस्कार को सामुदायिक सहयोग, पर्यावरण कार्रवाई, इनोवेशन, प्रतिकूल परिस्थितियों पर काबू पाने और स्वस्थ जीवन का समर्थन करना जैसी 5 कैटेगिरी में बांटा गया है। इस पुरस्कार की मदद से स्कूलों की अगली पीढ़ी के विकास में उनकी महत्वपूर्ण भागीदारी को प्रोत्साहित किया जाता है। इस सूची में भारत के 5 स्कूल हैं जिसमें दिल्ली, महाराष्ट्र और गुजरात के स्कूल हैं।
Education and the World’s Best School Prize के संस्थापक विकास पोटा ने कहा कि दुनिया भर के स्कूल इन अग्रणी भारतीय संस्थानों और उनके द्वारा विकसित संस्कृति की कहानी से कुछ न कुछ जरूर सीखेंगे। उन्होंने कहा कि World’s Best School पुरस्कारों के लिए चुने गए ये स्कूल, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे किस क्षेत्र में आते हैं या कहां स्थित हैं और वो क्या पढ़ाते हैं, क्या नहीं पढ़ाते हैं लेकिन इन सबमें एक बात Common है कि इन सभी स्कूलों में एक मजबूत स्कूली संस्कृति विद्यमान है। इनका नेतृत्व करने वाले असाधारण शिक्षकों को आकर्षित और प्रेरित करना जानते हैं, जो परिवर्तन को प्रेरित करते हैं तथा उत्कृष्ठ शिक्षण और अनुकूल वातावरण का निर्माण करते हैं।
एसडीएमसी प्राथमिक स्कूल को ‘वर्ल्ड्स बेस्ट स्कूल प्राइज फॉर इनोवेशन’
World’s Best School पुरस्कार की 5 कैटेगिरी में मुंबई स्थित एसकेवीएम के सीएनएम स्कूल और नई दिल्ली के लाजपत नगर-3 के एसडीएमसी प्राथमिक स्कूल को ‘World’s Best School Prize for Innovation’ श्रेणी के टॉप 10 की सूची के लिए चयनित किया गया है। इसके अलावा सामुदायिक सहयोग श्रेणी के शीर्ष 10 की सूची में मुंबई के खोज स्कूल और पुणे के बोपखेल में स्थित पीसीएमसी इंग्लिश मीडियम स्कूल को शामिल किया गया है।
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हावड़ा के समारितन मिशन स्कूल (हाई) को दुनिया के सर्वोत्तम स्कूलों की सूची में ‘ओवरकमिंग एडवर्सिटी’ श्रेणी की सूची में स्थान मिला है। टी 4 एजुकेशन और ‘’World’s Best School’ पुरस्कार के संस्थापक विकास पोटा ने कहा, ‘‘कोविड के कारण स्कूल और विश्वविद्यालयों के बंद होने से डेढ़ अरब से ज्यादा छात्र प्रभावित हुए। संयुक्त राष्ट्र ने महामारी से पहले ही चेतावनी दी थी कि वैश्विक शिक्षा संकट गहरा सकता है क्योंकि 2030 तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने में पहले से ही विलंब हो रहा था।’’
अक्टूबर में होगी अंतिम विजेताओं की घोषणा
उन्होंने कहा कि हमने व्यवस्थागत बदलाव लाने के उद्देश्य से जमीनी स्तर पर समाधान निकालने के लिए दुनिया के सर्वोत्तम स्कूल पुरस्कारों की शुरुआत की है। छात्रों के जीवन में परिवर्तन लाने और प्रेरणा देने वाले स्कूलों की कहानी बताकर शिक्षा में बदलाव लाया जा सकता है। ब्रिटेन स्थित डिजिटल मीडिया मंच टी 4 एजुकेशन द्वारा दुनिया के सर्वोत्तम स्कूल पुरस्कारों की शुरुआत की गई है। संबंधित श्रेणियों में अंतिम विजेताओं की घोषणा इस साल अक्टूबर में की जाएगी। पांच पुरस्कार विजेताओं के बीच ढाई लाख डॉलर का पुरस्कार बराबर बांटा जाएगा और प्रत्येक विजेता को 50 हजार डॉलर का पुरस्कार मिलेगा
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