JEE Entrance Exam Topper : अगर कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो कोई भी बाधा आपको सफल होने से नहीं रोक सकती। ये सबित कर दिखाया बिहार की बेटी ने। जिनके पिता दिहाड़ी मजदूरी करते हैं लेकिन बिटिया ने JEE प्रवेश परीक्षा में टॉपर कर अपनी काबिलियत साबित की है। जानिए कैसे की पढ़ाई और किस तरह की मुश्किलों का करना पड़ा सामना।
बिहार के पूर्णिया जिले के श्रीनगर प्रखंड की रहने वाली छात्रा ने एग्रीकल्चर के प्रवेश परीक्षा में प्रथम रैंक लाकर पिता और जिला का नाम रौशन किया है. मजदूर शिवानंद मेहता की बेटी जूली कुमारी बिहार JEE प्रवेश परीक्षा (कृषि) में राज्य की टॉपर रही है।
कृषि वैज्ञानिक बने का है सपना (JEE Entrance Exam Topper)
जूली का कहना है कि उसने बहुत मेहनत और लगन से पढ़ाई की है और JEE प्रवेश परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त की है. वह आजतक गांव छोड़कर कभी शहर पढ़ने के लिए नहीं गई है. पिताजी ने मजदूरी करके पढ़ाया है. वो आगे चलकर कृषि वैज्ञानिक बनना चाहती है. उनका सपना है कि बिहार में कृषि को बढ़ावा देना चाहिए। जूली 2021 में मैट्रिक परीक्षा में फर्स्ट डिवीजन से पास किया है. इसके बाद 2023 में इंटर भी फर्स्ट डिवीजन से पास किया. जूली की स्कूली शिक्षा उनके गांव में ही हुई है।
घर में मां का भी काम में बटाती है हाथ
जूली की मां चंदा हाउस वाइफ हैं. जूली की मां बताती है कि बच्चियां पढ़ाई करने के साथ-साथ रसोई का भी काम करती थी. घर के काम में हाथ बटाती थी. इसके बावजूद भी उसने कड़ी लगन और मेहनत से घर में पढ़ाई की और सबसे अच्छा रिजल्ट पाया है. उन्होंने कहा कि “मुझे अपनी बेटी पर गर्व है.”
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जूली के पिता ने कही ये बात
जूली के पिता शिवानंद कहा, “सभी पिता की ख्वाहिश होती है कि उसके बच्चे पढ़-लिखकर बड़े मुकाम पर पहुंचे. मैंने भी बेटी और बेटा को पढ़ाने में कोई भेदभाव नहीं किया है. मेरी दो जुड़वा बेटियां है और एक बेटा है. बेटा दोनों बेटियों से बड़ा है. बचपन से ही जूली काफी पढ़ने में तेज थी. आज उसने बिहार JEE प्रवेश परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है.”
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