Sachpost News, BAMCEF Bharat Bandh : बैकवर्ड एंड माइनॉरिटी कम्युनिटीज एम्पलॉयीज फेडरेशन यानी BAMCEF के आह्वान पर किए गए Bharat Bandh का असर देशभर में देखने को मिला। लोगों ने हाथों में पोस्टर बैनर लेकर और सड़कों पर जुलूस के रूप में भारत बंद का समर्थन किया। लेकिन ये इतनी बड़ी खबर किसी भी न्यूज़ चैनल और अखबार में आपको देखने और सुनने को नहीं मिली होगी इससे साफ जाहिर होता है कि किस प्रकार बहुजन मुद्दों को दबाने का काम किया जा रहा।
Bharat Bandh का मुख्य उद्देश्य Caste Census की मांग, EVM पर रोक समेत कई प्रमुख मांगें हैं। इसको लेकर बिहार समेत कई राज्यों से पहले ही मांग उठती रही है, लेकिन अब तक केंद्र सरकार ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया है। ओबीसी जातियों की गणना न कराने के खिलाफ यह आंदोलन किया गया है। इसको लेकर BAMCEF का देशभर में बड़ा जनआधार खड़ हो चुका है। जिन्होंने देश-प्रदेश से लेकर खण्ड स्तर तक सरकार की गलत नीतियों और विभिन्न मांगों को लेकर 25 मई के भारत बंद में अपनी ताकत दिखाने का कार्य किया। उन्होंने सरकार को चेताया कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो बड़े स्तर पर आंदोलन करने का काम किया जाएगा।
इन पार्टियों और संगठनों ने दिया समर्थन
BAMCEF के अध्यक्ष वामन मेश्राम ने कहा कि हमारे भारत बंद आंदोलन को राष्ट्रीय परिवर्तन मोर्चा, भारत मुक्ति मोर्चा, बहुजन मुक्ति मोर्चा और कई अन्य संगठनों ने समर्थन दिया है।’ उन्होंने कहा कि कुछ लोग हमारे बंद को लेकर लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। खासतौर पर ओबीसी समुदाय के लोगों को बरगलाया जा रहा है ताकि वे आंदोलन से न जुड़ सकें। भारतीय युवा मोर्चा ने कहा कि हमारी मुख्य मांग है कि जनगणना में जातियों की गिनती की जाए।
ये हैं प्रमुख मांगें
चुनाव में ईवीएम का इस्तेमाल न करना, Caste Census कराना, निजी सेक्टर में एससी, एसटी और ओबीसी को आरक्षण प्रदान करना, किसानों को एमएसपी की गारंटी देना और सीएए एवं एनआरसी को लागू न करने की मांग शामिल है। यही नहीं एक बार फिर से पुरानी पेंशन स्कीम, ओडिशा और मध्य प्रदेश में भी पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण लागू करने की भी मांग, आदिवासियों के संरक्षण, कोरोना टीकाकरण को वैकल्पिक करने और लेबर लॉ को मजबूत करने की मांग भी उठाई जा रही है।
ट्विटर पर भी भारत बंद रहा trending में
विरोध दर्ज करने का सोशल मीडिया भी एक बहुत बड़ा प्लेटफार्म बन चुका है इसका इस्तेमाल भी भारत बंद में खूब किया गया ।25 मई को भारत बंद को लेकर ट्विटर पर भी लोगों ने खूब #bharatbandh चलाया और सरकार से जाति आधारित जनगणना की मांग को जोर-शोर से उठाया इसके अलावा ईवीएम के मुद्दे पर भी जमकर #evmben को ट्वीट और रीट्वीट किया।
जिला स्तर पर डीसी के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपे
बामसेफ हिसार जिला प्रधान मनजीत सरबटा ने कहा कि जब वोट लेने की बारी आती है तो कोई भी राजनीतिक पार्टी पिछड़ा वर्ग को एक बड़े वोट बैंक के रूप में देखती है। जब उनके अधिकारों की बात आती है तो सभी राजनीतिक पार्टियां आंख मूंद लेते है। उन्होंने कहा कि सरकार की इसी बेरूखी के विरोध में अब पिछड़ा वर्ग ने संघर्ष का बिगुल फूंक दिया है। जिसको लेकर हरियाणा के प्रत्येक जिले में बामसेफ के कार्यकर्ताओं और सहयोगी दलों ने अपने-अपने जिला स्तर पर डीसी के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपे।
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भारत बंद के समर्थन में हरियाणा में भी प्रदर्शन
हरियाणा में के विभिन्न जिलों में बंद का समर्थन किया। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा, बहुजन क्रांति मोर्चा, भारत मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय प्रजापति महासंघ, अपना समाज मोर्चा, बहुजन मुक्ति पार्टी, भारतीय विद्यार्थी मोर्चा, इंडियन मेडिकल प्रोफेशन एसोसिएशन, राष्ट्रीय अत्याचार निवारण बल, पेंशनर्ज संघ, राष्ट्रीय मूलनिवासी महिला संघ सहित अनेक संगठनों के पदाधिकारियों ने भिवानी में भारत बंद के समर्थन में प्रदर्शन किया।
इस मौके पर रणबीर भाटी, लीलाराम वर्मा, गणेशीलाल वर्मा, डा. शमशेर सिंह, डा. पवन रिवाड़ी, सतीश मेहरा, मनोज उमरावत ने कहा कि ओबीसी जातियों की जनगणना करवाई जाए इसको लेकर काफी लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं हैं।