Sachpost News, Bihar Viral Boy Sonu: डॉक्टर अंबेडकर ने कहा था कि शिक्षा वह शेरनी का दूध है जो पियेगा वो दहाड़ेगा इस कहावत को आज Bihar के 11 वर्षीय viral boy Sonu kumar ने बिल्कुल चरितार्थ कर दिखाया। सोनू एक बेहद गरीब परिवार से संबंध रखता है लेकिन पढ़ाई में वह इतना होशियार है कि खुद छठी क्लास में पढ़ता है और पांचवी क्लास के 40 बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता है, और अपनी पढ़ाई का खर्च निकालता है। सोनू की इस हिम्मत के बाद अभिनेत्री गौहर खान ने अपने टि्वटर हैंडल से सोनू कुमार की मदद करने की जिम्मेदारी उठाई है। सोनू का सपना है कि वह बड़ा होकर आईएएस अधिकारी बने और देश की व्यवस्था सुधारने में अपना सहयोग दे सकें।
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल, 14 मई शनिवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार (bihar cm Nitish kumar) अपनी दिवंगत पत्नी मंजू सिन्हा की पुण्यतिथि पर नालंदा के कल्याण विगहा पहुंचे थे। यहां उन्होंने स्थानीय लोगों की समस्याओं को भी सुना। इसी दौरान नालन्दा (Bihar) हरनौत खंड के गांव नीमा कोल में रहने वाले रणविजय यादव के 11 वर्षीय बेटे सोनू कुमार तीन किलोमीटर साइकिल चलाकर सीएम नीतीश कुमार को अपनी पीड़ा सुनने पहुंच गए। बच्चे ने कहा, सर एक बार हमारी बात सुनिए। इस छोटे से बच्चे का आग्रह सीएम नीतीश कुमार भी नहीं टाल पाए और वहीं रुक गए। जब सोनू ने बात करनी शुरू की तो वहां मौजूद हर कोई सोनू की बेबाक बातें सुनकर दंग रह गया।
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सोनू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत का वीडियो हुआ वायरल
सोनू कुमार ने सीएम से कहा कि, सर हम पढ़ना चाहते हैं, लेकिन हमारा परिवार हमें अच्छे स्कूल में पढ़ा नहीं रहा है। पिता बहुत शराब पीते हैं। हम सरकारी स्कूल पढ़ने के लिए जाते हैं लेकिन वहां पर पढ़ाई ठीक नहीं होती। सोनू का यह वीडिया खुब वायरल हुआ और सभी हिम्मत की दात देने लगे। सोनू ने साफ कहा कि, सरकारी स्कूलों की हालत बहुत खराब है, यहां टीचर अंग्रेजी तक नहीं पढ़ा पाते। इसलिए वह अच्छे स्कूल में जाना चाहता है। सीएम ने उसे सहायता करने का पूरा भरोसा दिलाया।
उम्र का कच्चा लेकिन बात का पक्का
सोनू 11 वर्ष की इस छोटी सी उम्र में अपने विचार और अनुभवों से बड़े-बड़ों को हैरान कर रहा है उनकी परिपक्व बातें सुनकर हर कोई दांतों तले उंगलियां दबा रहा है। उनकी बातें इतनी सुलझी हुई है कि हर कोई उनकी बातें सुनता ही जाता है। सोनू का कानून पर पूरा विश्वास है और अपने पिता को भी शराब पीने पर जेल भेजने तक की बात करने से नहीं चुकता। इसके साथ ही थाने के दरोगाओं को भी नसीहत देने से पीछे नहीं हट रहा। सोनू ने कहा कि जिंदगी पैसों से नहीं शिक्षा से अच्छी बनेगी।
बड़े होकर IAS-IPS बना चाहते हैं सोनू
सोनू देश के सबसे कम उम्र के शिक्षक हैं जो क्लास लगाकर बच्चों को ट्यूशन पढ़तें है। सोनू कुमार ने अपनी इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि अगर सरकार मदद करे तो मैं भी पढ़-लिखकर IAS-IPS बनना चाहता हूं और मैं इसकी पूरी गारेंटी देता हूं। सोनू अपनी उम्र के बच्चों के लिए एक अजूबे से कम नहीं हैं।