(vitiligo in hindi) यानि सफेद दाग की बीमारी के कारण मरीज के हाथ, पैर, चेहरे या शरीर के किसी भी अंग पर सफेद दाग या धब्बे होने लगते हैं। जानिए इसके शुरूआती लक्षण और क्या करें घरेलू उपचार।
(Symptoms of Vitiligo) : शरीर पर सफेद दाग होना स्किन से संबंधित एक परेशानी है। सफेद दाग को अंग्रेजी में vitiligo कहा जाता है। इसके कारण हाथ, पैर, चेहरे या शरीर के दूसरे अंगों पर सफेद दाग या धब्बे होने लगते हैं। कई बार यह शरीर पर बहुत ज्यादा हिस्से में फैल जाते हैं। जिसकी वजह से कई बार व्यक्ति हीनभावना का भी शिकार हो जाता है।
क्यों होता है सफेद दाग ( symptoms of vitiligo )
शरीर पर सफेद दाग होने का एक प्रमुख कारण हैं मेलेनोसाइट्स नामाक कोशिकाओं का नष्ट हो जाना। इन कोशिकाओं का काम होता है स्किन को रंग प्रदान। लेकिन जब किसी कारणों से ये कोशिकाएं खत्म होने लगती हैं और अपना काम करना बंद कर देती हैं तो स्किन का रंग बदलने शुरू हो जाता है। इसलिए स्किन पर सफेद दाग या धब्बे दिखाई देने लगते हैं।
सफेद दाग के शुरुआती लक्षण ( Symptoms of vitiligo)
सफेद दाग में सबसे पहले शरीर पर छोटे या बड़े सफेद दाग या धब्बे दिखाई दिखने लगते हैं। इसके अलावा, इस मरीज को प्रभावित हिस्से में खुजली हो सकती है। आमतौर पर सफेद दाग से किसी प्रकार की तकलीफ नहीं होती है। लेकिन शरीर पर सफेद दाग या धब्बे होने से मरीज में हीनभावना आने लगती है। इससे ज्यादा खबराने की जुरूरत नहीं है इस ठीक किया जा सकता है।
Vitiligo कम करने के ये घरेलू उपाए
नारियल तेल त्वचा संबंधी बीमारी के लिए काफी कारगर साबित होता है। शुद्ध नारियल के तेल की दो-तीन मिनट तक हल्की-हल्की मालिश करें। नारियल का तेल सफेद दाग को खत्म करने में काफी कारगर उपाए है। इसके अलाव हल्दी और सरसों के तेल का लेप लगाने से भी सफेद दाग कम होने लगता है। इसके अलावा हल्दी पाउडर और नीम की पत्तियों का लेप भी इसे कम करने में काफी मददगार होता है।
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खान-पान में करें बदलाव, कुछ चीजों का रखें परहेज
- vitiligo यानि सफेद दाग में मरीज को ऑयली और मसालेदार खाना नहीं खाना चाहिए।
- मांसहार भोजन और सूप सफदे दाग वाले मरीज को नुकसान पहुंचाता है।
- खाने के साथ अचार, अधिक नमक, कोल्डड्रिंक्स का सेवन बंद कर दें।
- शराब, फास्टफूड, सॉफ्टडिंक्स, जंक फ़ूड, डिब्बा बंद फूड्स का सेवन ना करें।
- विरुद्ध आहार जैसे दूध और मछली का सेवन एक साथ नहीं करें।
- अनाज में नया धान, मैदा, दाल, काबुली चना, देसी चना और मटर का प्रयोग न करें।