World Arthritis Day Awareness 2022: गठिया आमतौर में बड़े व बुजुर्गों में होता है लेकिन आजकल यह युवाओं में भी देखने को मिलता है।12 अक्टूबर को गठिया (Arthritis) के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए World Arthritis Day मनाया जाता है। विश्व गठिया दिवस पर जानें इस दिन को मनाने का इतिहास और रोग से जुड़े मिथक बातें।
World Arthritis Day Awareness 2022: गठिया जिसे इंग्लिश में Arthritis कहा जाता है। ये रोग आमतौर में बड़े व बुजुर्गों में होता है लेकिन आजकल गठिया यानि Arthritis युवाओं में भी देखने को मिलता है। क्योंकि आजकल कि लाइफस्टाइल ही कुछ ऐसी हो गई है। सुबह देर तक सोना,रात में देर तक जागना, प्रॉपर डाइट फॉलो न करना,फ़ास्ट फ़ूड का सेवन ज्यादा करना,व्यायाम न करना ऐसी बहुत सी चीज़ें हैं जो गठिया रोग का कारण बनती है। जिससे की कम उम्र के लोग भी Arthritis पीड़ित नजर आते हैं। Arthritis शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण भी हो सकती है। इसके होने पर जोड़ों में ऐठन,दर्द व सूजन बनी रहती है। और चलने-फिरने परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए सभी को जानने की जरुरत है कि गठिया जैसी बीमारी के पीछे क्या कारण।
क्यों मनाते हैं World Arthritis Awareness Day
विश्व गठिया दिवस (World Arthritis Day) हर साल 12 अक्टूबर को Arthritis के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है, एक उत्तेजक स्थिति जो जोड़ों में दर्द और जकड़न का कारण बनती है जो बढ़ती उम्र के साथ खराब होती जाती है। कुछ जरूरी बातों के संबंध में जागरूकता फैलाकर ही इसे फैलने से रोका जा सकता है। 1996 से शुरू हुए जागरूकता कार्यक्रम के तहत हर साल 12 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय संगठनों की ओर से World Arthritis Day Awareness कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
जानिए Arthritis क्या है
गठिया (Arthritis) एक ऐसी बीमारी है जो आपके जोड़ों को प्रभावित करती है। गठिया में आमतौर पर आपके जोड़ों में सूजन या अध: पतन (टूटना) शामिल होता है। इस रोग में जोड़ों में गांठें बन जाती हैं और शूल चुभने जैसी पीड़ा होती है। नाड़ी की गति तेज हो जाती है, ज्वर होता है, वेगानुसार संधिशूल में भी परिवर्तन होता रहता है, लेकिन कुछ सावधानी बरत कर ऐसे असहनीय दर्द और गठिया जैसी बीमारी से मुक्ति पा सकते हैं।
World Arthritis Day का महत्व
पिछले लगभग दो सालों से कोरोना वायरस वैश्विक महामारी बन कर उभरा है। लेकिन ऐसा नहीं है कि कोविड 19 ही केवल दुनिया भर में चिंता का विषय है Arthritis यानि गठिया रोग भी ऐसी ही बीमारी है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में Arthritis Day को दुनियाभर में मनाए जाने से लोग इसके प्रति अधिक जागरूक हो रहे हैं। इससे लोग गठिया के कारणों और इससे बचाव के लिए जरूरी उपायों के प्रति भी जागरूक होते हैं।
Arthritis से जुड़े कुछ मिथक
Arthritis को रोका नहीं जा सकता, यह एक आंशिक मिथक है। क्योंकि Arthritis के हर मामले में, डॉक्टरों को कुछ जोखिम कारकों का सामना करना पड़ता है, जैसे कि बढ़ती उम्र जो संशोधित नहीं है। हालांकि, इसे कम करने या खत्म करने से Arthritis की शुरुआत को रोकता है या इसकी गति को कम कर देता है।
कम उम्र में भी हो सकता है गठिया रोग
जब व्यक्ति का वजन ज्यादा होता है तो Arthritis की समस्या हो सकती है। क्योंकि वजन ज्यादा होने के कारण रीढ की हड्डी में ज्यादा प्रेशर पड़ता है। जिसके कारण भी Arthritis की समस्या उत्पन हो सकती है। यदि आप एक ही जगह गलत पोजीशन में बैठते हैं तो ये भी आपके लिए Arthritis रोग की समस्या उत्पन्न कर सकता है। यदि आप मेटाबॉलिज्म का अच्छी तरह से ध्यान नहीं देते हैं तो भी मेटाबॉलिज्म बिगड़ना शुरू हो जाता है। जिससे कि Arthritis की समस्या हो सकती है।
Arthritis के लक्षण क्या हैं?
Arthritis होने के शुरुआती लक्षणों में व्यक्ति जब-जब ज़मीन या फर्श से उठने की कोशिश करता है या सीढियां चढ़ता या उतरता है, तो उसे अत्यधिक दर्द का अनुभव होता है, हो सकता है कि शुरुआत के दिनों में ये दर्द कम हो, लेकिन अगर इसका उपचार न हो, तो बहुत जल्द ये दर्द असहनीय हो जाता है। शुरूआत में जोड़ों में दर्द, सूजन और जकड़न आने लगती है। इसके कुछ सामान्य लक्षण दिखाई देने लगते हैं और शरीर के अन्य भागों में सूजन बढ़ सकती है।
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गठिया रोग के मुख्य रूप से दो प्रकार है
गठिया रोग दो प्रकार के होते हैं एक Osteoarthritis और दूसरा Rheumatoid arthritis । दोनों ही प्रकार के Arthritis के लक्षणों में जोड़ों में दर्द और सूजन है। हालांकि इसके अलावा भी कुछ लक्षण देखे जा सकते हैं। लंबे समय तक Arthritis होने के कारण एनेमिया की समस्या हो सकती है। इससे इम्युनिटी सिस्टम भी प्रभावित होता है। कई बार गठिया के मरीजों को शरीर में सूजन की वजह से भूख कम लगती है। इसमें रोगी को बुखार भी आ सकता है। गठिया रोग के कई मरीजों की हड्डियां (जैसे हाथ-पैर की उंगलियां) बाहर की ओर निकल आती हैं। ऐसे किसी भी तरह के लक्षण महसूस होने पर व्यक्ति को अपना चेकअप जरूर करवाना चाहिए।
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Arthritis से पीड़ित के लिए स्वास्थ्य सुझाव
- तनाव से बचें : तनाव व्यवहार में बदलाव ला सकता है, नींद के पैटर्न को प्रभावित कर सकता है, भूख में बदलाव और मांसपेशियों में तनाव बढ़ा सकता है इसलिए तनाव न लें।
- पर्याप्त नींद लें :अपनी मानसिक और शारीरिक तंदुरूस्ती और जीवन गुणवत्ता संरक्षण के लिए पर्याप्त नींद लें।
- शराब आदि नशीले प्रदार्थों का सेवन न करें।
- नमक और चीनी का सेवन नियंत्रित करें।
- चीनी का सेवन कम करने की कोशिश करें।
- वयस्कों के लिए नमक का सेवन प्रतिदिन पांच ग्राम से कम होना चाहिए।
- शारीरिक सक्रियता सामान्य स्वास्थ्य के लिए अच्छी है और गठिया रोग से पीड़ित लोगों के लिए विशेष फायदेमंद होती हैं। व्यायाम साइकिल चलाना, नृत्य, घूमना/चलना, बागवानी, तैराकी और योग इत्यादि के रूप में हो सकता है।
- अपनी स्थिति के अनुसार सबसे उपयुक्त व्यायाम के प्रकार के बारे में जानकारी जानने के लिए अपने चिकित्सक या फिजियोथेरेपिस्ट से परामर्श जरूर लें।
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