Children Missing In Haryana : हरियाणा में न तो महिलाएं सुरक्षित है और न बच्चे। देश और प्रदेश में अपराध इस कदर बढ़ रहा है कि लोगों को घर से बाहर निकलने से भी डर लगने लगा है। यह बात पूर्व मंत्री एवं विधायक Geeta Bhukkal ने जारी एक विज्ञप्ति में कही। Geeta Bhukkal ने कहा कि पांच साल में हरियाणा से 2512 बच्चे (Children Missing In Haryana) लापता हुए हैं जिनमें 1008 लड़के व 1502 लड़कियां शामिल है। यानि कि हरियाणा से हर साल तकरीबन 500 बच्चे लापता हुए हैं। गीता भुक्कल ने कहा कि देशभर में और प्रदेश में महिलाएं और बच्चे खुद को बहुत ज्यादा असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
इससे संबंधित भाजपा सांसद के सवाल के जवाब में लोकसभा में जानकारी पेश करते खुद केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने बताया कि हरियाणा के पास लगते हिमाचल प्रदेश से लापता हुए 547 बच्चों में 394 बेटियां हैं और पंजाब में लापता हुए 947 बच्चों में 662 बेटियां हैं और चंडीगढ़ में लापता 550 बच्चों में 385 लड़कियां हैं। ऐसे में इसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश से गायब होने वाले बच्चों का आंकड़ा पड़ोसी राज्यों से ज्यादा है।
Children Missing In Haryana : गीता भुक्कल ने कहा-प्रदेश सरकार महिलाओं को सुरक्षा देने में भी पूरी तरह से फेल
Geeta Bhukkal ने कहा कि इस सरकार में प्रदेश में न तो महिलाएं सुरक्षित हैं और न ही बच्चे। प्रदेश सरकार महिलाओं को सुरक्षा देने में भी पूरी तरह से फेल साबित हुई है। प्रदेश में महिला खिलाड़ियों से भी छेड़छाड़ की खबरे सुनने में आती है लेकिन भाजपा-जजपा अपनी वाहवाही लुटने के अलावा कुछ नहीं कर रही है।
गीता भुक्कल ने कहा कि थोड़े दिन पहले केंद्र सरकार ने सामाजिक प्रगति सूचकांक जारी किया था, जिसमें भी हरियाणा को देश का सबसे असुरक्षित राज्य बताया गया था। भुक्कल ने कहा कि प्रदेश में अपराधियों के हौंसले इस कदर बुलंद है कि अपराधी दिन-दिहाड़े ही सरेआम वारदात को अंजाम दे जाते हैं। लेकिन फिर भी सरकार की तरफ से इस समस्या को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
गीता भुक्कल ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए ताकि प्रदेश का नागरिक खुद सुरक्षित महसूस कर सके।
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